पाठ का अर्थ
यह सुन्दर बगीचा है | यह अनेक पेड़ और पौधे है | बगीचे मे फूल खिलते है | यहाँ अनेक पशु -पक्षी निवास करते है|
यहाँ एक विशाल वट का वृक्ष है | इस वृक्ष मे एक कौवा और कबूतर रहते है | कबूतर बहुत भोला है | कौवा कबूतर
को परेशान करता है | एकबार कबूतर पुड़ी अपने लिए लाता है | कौवा बलपूर्वक पुड़ी छीन कर खाता है | तब ही
एक भूखा कुत्ता आ जाता है | वह कौवे को कहता है कौवा महाराज आपका स्वर बहुत मधुर है | एक गाना गाइए |
कौवा स्वयं की प्रसंशा सुनकर खुश हो जाता है | जब वह गाना गाता है तब पुड़ी नीचे गिरता है | चालाक कुत्ता
पुड़ी खाता है , हँसता है और भागता है | मुर्ख कौवा शर्मिंदा हो जाता है |
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